तुम्हारे ही शहर मेंनए विचारों की चुनरिया जब लपेटती हूँ देह पर,तुम्हें नज़र आती है उसकी पार्दर्शिता। तुम्हारे ही शहर मेंनए विचारों की चुनरिया जब लपेटती हूँ देह पर,तुम्हें नज़र आती है...
आत्मा को परमात्मा तक पहुँचने के लिए, देह की गुफा से गुज़रना होगा... आत्मा को परमात्मा तक पहुँचने के लिए, देह की गुफा से गुज़रना होगा...
ग्रंथ अलौकिक ध्वनि तरंगों की लौकिक संताने हैं... जिसका मृत्यु उपरान्त दाह संस्कार आवश्यक है तभी तो व... ग्रंथ अलौकिक ध्वनि तरंगों की लौकिक संताने हैं... जिसका मृत्यु उपरान्त दाह संस्का...
पर्यावरण बचा ले जो हम, ये सब छत पर फिर मडँराई। पर्यावरण बचा ले जो हम, ये सब छत पर फिर मडँराई।
माँ बाबा मैं आपके सपने उन जन्म पूरे कर जाऊंगा। माँ बाबा मैं आपके सपने उन जन्म पूरे कर जाऊंगा।
जीवन तो माँ है माँ जो सृजन है। और सृजन से ही, तो परिजन हैं। जीवन तो माँ है माँ जो सृजन है। और सृजन से ही, तो परिजन हैं।